नई दिल्ली. कर्नाटक में चल रहे सियासी संकट को लेकर कांग्रेस के नेता और सूबे के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा में सरकार 18 जुलाई को फ्लोर टेस्ट का सामना करेगी। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के 5 बागी विधायकों की अपील पर सुनवाई करने पर अपनी सहमति दे दी। कोर्ट मंगलवार […]
सरकार रहेगी कि जाएगी इसका पता चल जाएगा ।
राज्यसरकारों को अस्थिर करने का सुनियोजित खेल शुरू हो चुका है ।
नई दिल्ली. कर्नाटक में चल रहे सियासी संकट को लेकर कांग्रेस के नेता और सूबे के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा में सरकार 18 जुलाई को फ्लोर टेस्ट का सामना करेगी। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के 5 बागी विधायकों की अपील पर सुनवाई करने पर अपनी सहमति दे दी। कोर्ट मंगलवार को कांग्रेस-जेडीएस के 10 अन्य विधायकों के साथ उनकी अपील पर भी सुनवाई करेगी। इन सबका आरोप है कि स्पीकर उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
फिलहाल कर्नाटक का संकट टलता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस और जेडीएस के बागी नेता इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। मुंबई के रेनसां होटल में ठहरे कांग्रेस के 14 बागी विधायकों ने फिर से पुलिस से मदद मांगी है। उनका कहना है कि उनसे किसी भी नेता को मिलने से रोका जाए क्योंकि उन्हें खतरा है। इसी बीच कर्नाटक में विपक्ष की भूमिका निभा रही बीजेपी ने सोमवार को फ्लोर टेस्ट की मांग की। बीजेपी ने जोर देकर कहा कि गठबंधन बहुमत खो चुका है, इसलिए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए या फिर आज फ्लोर टेस्टे के जरिए बहुमत साबित करना चाहिए