• अगर उक्त भ्रष्टाचार में संयुक्त संचालक कार्यालय शामिल नहीं तो हो कड़ी कार्रवाई अन्यथा उनके विरुद्ध मंच खोलेगा मोर्चा: विक्रांत तिवारी
• नगरी निकाय में भ्रष्टाचार मतलब ग्रामीण जनता के भविष्य के साथ खिलवाड़ उनके पैसे का दुरुपयोग।
• आज़ाद मंच की चेतावनी, फाइट अगेंस्ट करप्शन आंदोलन एक एक भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी को जनता की अदालत में बेनकाब करेगा I
• मंच ने दिए संकेत, जिले की अन्य कई निकायों में भी भ्रष्टाचार की जानकारी जल्द सबूतों के साथ होंगे और कई बड़े खुलासे।
बिलासपुर / आज़ाद मंच के दूसरे आंदोलन फाइट अगेंस्ट करप्शन जिसकी शुरुआत 9 दिसंबर को प्रेस वार्ता में एक भ्रष्टाचार को लाइव डेमो के माध्यम से पत्रकारों के समक्ष खुलासे के रूप में रखकर की गई उसकी अगली कड़ी में आजाद मंच ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को ज्ञापन देकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
आज़ाद मंच के पदाधिकारियों ने आज नगरी निकाय विभाग के संयुक्त संचालक कार्यालय पहुंच संयुक्त संचालक श्री दुबे को ज्ञापन दिया और मल्हार नगरी निकाय की लाइट सप्लाई की 6500000 की निविदा में हुए भ्रष्टाचार से पुनः अवगत कराया साथ ही समस्त दस्तावेज भी ज्ञापन के साथ दिए और कार्रवाई की मांग की I
आजाद मंच के पदाधिकारी मंच प्रमुख विक्रांत तिवारी के नेतृत्व में आज व्यापार विहार स्थित नगरी निकाय एवं विकास विभाग के संयुक्त संचालक कार्यालय पहुंचे और संयुक्त संचालक को भ्रष्टाचार के सबूतों के साथ कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा विक्रांत तिवारी ने कहा की उक्त भ्रष्टाचार जिसका खुलासा हमने विगत दिनों किया वह संयुक्त संचालक कार्यालय के अधीनस्थ आने वाली नगरी निकाय मल्हार का विषय है जिस पर कड़ी कार्रवाई करने एक ज्ञापन हमारे द्वारा सौंपा गया है
हम मांग करते हैं कि भ्रष्टाचार की युक्ति लगाकर गायब किए गए टेंडर की एनआईटी 1839 को तत्काल निरस्त किया जाए और मल्हार नगर पंचायत के सीएमओ, उप अभियंता एवं संबंधित बाबू को तत्काल सस्पेंड कर कड़ी कार्यवाही की जाए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सकेI हमने संयुक्त संचालक को सात दिवस का समय दिया है अगर संयुक्त संचालक कार्यालय उक्त भ्रष्टाचार में शामिल नहीं है और उसे इसकी जानकारी नहीं है जो तत्काल ऐसे भ्रष्टाचार पर कार्यवाही कर कार्यालय को एक नजीर पेश करनी चाहिए अन्यथा की स्थिति में यह माना जाएगा की वरिष्ठ अधिकारियों की शह पर यह भ्रष्टाचार सुनियोजित तरीके से किया जा रहा था इसीलिए उन भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही हैI
ऐसी स्थिति में आजाद मंच संयुक्त संचालक एवं उनके कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के विरुद्ध मोर्चा खोलने और कार्रवाई की मांग करने सड़कों पर उतरेगाI विक्रांत तिवारी ने कहा की नगरी निकाय विभाग में भ्रष्टाचार मतलब सीधे-सीधे ग्रामीण क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय उनके विकास के लिए शासन द्वारा भेजी गई राशि का दुरुपयोग है उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है I
इसलिए ऐसे किसी भी भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी और इंजीनियर को निरंकुश छोड़ना मतलब भ्रष्टाचार की दीमक को हमारे छत्तीसगढ़ को खोखला करने के लिए खुली छूट देना है I मंच प्रमुख ने यह संकेत भी दिया कि हमारे पास अन्य कई नगरीय निकायों में हो रहे भ्रष्टाचार की भी शिकायतें आई है जिनके सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं जल्द कई अधिकारी कर्मचारी और कई नगरी निकाय के भ्रष्टाचार भी जनता के समक्ष रखे जाएंगे I
फाइट अगेंस्ट करप्शन की यह मुहिम ऐसी भ्रष्टाचार फैलाने वाले सभी अधिकारी कर्मचारियों के विरुद्ध सड़कों पर उतरने के लिए वचनबद्ध है आने वाले समय में कई भ्रष्टाचारी विभाग और उनके निरंकुश अधिकारी जनता की अदालत में बेनकाब किए जाएंगे। विक्रांत तिवारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि फाइट अगेंस्ट करप्शन आंदोलन एक एक भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी को जनता की अदालत में बेनकाब करेगा।
उक्त ज्ञापन में आजाद मंच के जिला अध्यक्ष विजय सिंह राजपूत, सुनील वर्मा, दीपक राही, सुब्रत जाना,सुधीर गोदरे, देवेंद्र द्विवेदी ,अजीत शर्मा ,रामचंद्र यादव, अजय दुबे , शशांक आनंद, संतोष श्रीवास ,करण राव आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।