बिलासपुर ।कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों को विभिन्न राज्यों से विशेष ट्रेन से लाने के निर्णय के तहत गुजरात मे फंसे साढ़े चार हजार मजदूरों को लेकर एक ट्रेन गुजरात से दो दिन बाद बिलासपुर आने की संभावना है । मजदूरों की यह पहली ट्रेन बिलासपुर में आने पर बिलासपुर जिले के करीब ढाई हजार मजदूरों को विभिन्न स्थानों में बनाये गए क्वारन्टीन सेंटर में भेज दिया जाएगा वहां उन्हें 14 दिन तक रखा जाएगा । शेष दो हजार मजदूर अन्य जिले के है ।वैसे देश के विभिन्न राज्यो में बिलासपुर जिले के लगभग 68 हजार मजदूर फंसे हुए है ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केनिर्देश पर मजदूरों की वापसी तय हो गई है। डीआरएम को 8 स्टेशनों में व्यवस्था करने के लिए पत्र लिखा गया है। परिवहन सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने रायपुर डीआरएम को पत्र लिखकर रेल मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, भाठापारा, बिलासपुर, चांपा, बिश्रामपुर और जगदलपुर स्टेशनों में सभी व्यवस्थाओं का आंकलन करने कहा है। छत्तीसगढ़ आने वाले श्रमिकों को रेलवे स्टेशनों पर रिसीव कर रेल मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार होल्डिंग एरिया में स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। गंतव्य स्थल पर पहुंचाने के लिए बस की व्यवस्था की जाएगी। उन्हें क्वारेंटाइन में रखने की व्यवस्था भी की जाएगी।
राज्य सरकार ने रेल मंडल से 28 ट्रेनों की मांग करते हुए इनका किराया भी देने सहमति जता दी है।डॉ कमलप्रीत सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ आने वाले श्रमिकों को चिन्हित रेलवे स्टेशनों पर रिसीव कर रेल मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार होल्डिंग एरिया में स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा और उनके गंतव्य स्थल पर पहुंचाने की बस के माध्यम से व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही साथ उन्हें क्वारैंटाइन में रखने की व्यवस्था भी की जाएगी। माना जा रहा है कि इस हफ्ते मजदूरों के वापसी का सिलसिला शुरू हो जाएगा। केंद्र सरकार को इसके लिए मुख्यमंत्री ने पत्र भी लिखा था। इस पत्र में बाहर फंसे राज्य के श्रमिकों का संख्या 1.17 लाख बताई गई है। जो कि लगभग हर राज्यों में हैं