गरियाबंद पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने पद्मश्री फुलबासन बाई यादव की उपस्थिति में किया टूरिस्ट पुलिस का शुभारंभ जिले के टूरिस्ट स्थानों में पीली जैकेट व संसाधनों से लैस पुलिसकर्मीयो की टीम रहेगी पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधा के लिए तैनात गरियाबंद पुलिस अधीक्षक श्रीमति पारूल माथुर ने जिले के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधा को देखते हुए टूरिस्ट पुलिस का गठन किया है,जिसके तहत पुलिसकर्मी पिले कलर के विशेष जैकेट पहन कर सुरक्षा व चिकित्सा संसाधानों से लैस हो कर पर्यटन केंद्रों में उपस्थित रहेंगे।जिले के पर्यटन केंद्रों के लिए 7-7 पुलिसकर्मियों की 4 टीमें बनाई गई हैं, जो जिले के राजीवलोचन मन्दिर, जतमई,घटारानी,चिंगरापगार,जैसे भीड़ भरे पर्यटन केंद्रों पर तैनात रहेंगे व किसी भी किस्म की अप्रिय वारदात या अनहोनी होने पर पर्यटकों को त्वरित मदद पहुँचाने का प्रयास करेंगे ।
गरियाबंद जिले में कई पर्यटन केंद्र हैं जहाँ वर्ष भर पर्यटकों की बड़ी संख्या में आम दरफ्त लगी रहती हैं,आने वाले पर्यटक राजीव लोचन मन्दिर, घटारानी के अलावा बीच नदी में स्थित कुलेश्वर महादेव भी दर्शन करने जाते हैं, और यह क्रम बारिश के समय मे भी जारी रहता हैं, इसके अलावा पर्यटक पर्वतीय स्थल घटारानी भी जाते हैं, जहां दुर्घटना वश किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती हैं,जिसको देखते हुए बचाव हेतु रस्सी,टार्च, छाता के अलावा प्रारम्भिक चिकित्सा हेतु चिकित्सा किट उपलब्ध रहेगा,तथा जनता को आसानी से यह पहचान में आ सके इसलिए खाकी ड्रेस से पृथक पीली टीशर्ट व नीली पेंट पहन कर ड्यूटी करेंगे।शनिवार व रविवार को भीड़ को देखते हुए हर समय यह टीम पर्यटक स्थलों पर तैनात रहेगी। इस टूरिस्ट पुलिस गरियाबंद की शुरुआत जतमई धाम से की गयी है।गरियाबंद पुलिस ने इस शुरुआत के साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा एवं बचाव के लिए आज से जिले के सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों पर टूरिस्ट सहायता केन्द्र शुरू किए है। इन पर्यटन केन्द्रों पर पीली जैकेट पहने टूरिस्ट पुलिस पर्यटकों की मदद के लिए आज से हमेशा तैनात रहेगी। टूरिस्ट पुलिस के पास किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने की सुविधाएं भी उपलब्ध रहेगी।
गरियाबंद जिले के अधिकांश क्षेत्र पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से लोग पर्यटन के लिए आते है। पर्यटन के दौरान कई प्रकार की अप्रिय घटना हो जाती है। घटना पूर्व बचाव हेतु पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने योजना बनाकर टूरिस्ट पुलिस की शुरुवात की हैं, जिसके तहत 28 पुलिस कर्मियों का 07-07 का अलग-अलग टीम बनाकर जिले के पर्यटन स्थलो जतमई मंदिर, घटारानी मंदिर, राजीव लोचन मंदिर, चिंगरापगार में ड्यूटी लगायी गयी है। टूरिस्ट पुलिस की विशेष पहचान हेतु पीले रंगी की टी शर्ट एवं नीले रंग कैप पहने रहेगे जिसमें टूरिस्ट पुलिस लिखा हुआ है। जिसके पास सुरक्षा एवं बचाव की दृष्टि से चिकित्सा कीट, रस्सी, टार्च, छाता एवं अन्य सुरक्षा का समान उपलब्ध रहेगा। जिससे जनसमान्य को तत्काल मदद मिल सके। लोगों की सुरक्षा की दृष्टी से पर्यटन स्थलों के सेल्फी जोन को बैरिकेट किया जायेगा। जिससे आमजन का सुरक्षा हो सके। आज टूरिस्ट पुलिस के शुभारंभ के अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित पद्मश्री से सम्मानित फुलबासन बाई यादव ने भी पुलिस की इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि गरियाबंद के इन स्थलों पर बड़ी संख्या में प्रदेश भर से पर्यटक पहुंचते है। पुलिस की मौजूदगी होने से इन स्थानों पर लोग पहले से ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे।उन्होंने पुलिस की इस पहल की प्रशंसा करते हुए पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर की सोच व प्रयासों की सराहना की।
।पर्यटकों की हर संभव मदद के लिए टूरिस्ट पुलिस तैयार
“जिले के जतमई, घटारानी, चिंगरापगार ओर राजीव लोचन मंदिर जैसे पर्यटन केंद्रों में टूरिस्ट पुलिस की व्यवस्था की गईं हैं, ताकि पर्यटकों को किसी भी अप्रत्याशित अनहोनी के घटित होने से पहले ही सावधान किया जा सकेगा, व एसी किसी अनहोनी होने पर त्वरित मदद पहुँचायी जा सकेगी। इसके अलावा सेल्फी जोनो को बैरिकेडिंग कर के सुरक्षित करवाया जा रहा हैं ताकि सेल्फी लेने के दौरान पर्यटक दुर्घटना का शिकार न हो सकें। शनिवार और रविवार को इन चारों स्थलों पर पुलिस टीम मौजूद रहेगी जो यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को हर संभव मदद करेगी”।
श्रीमती पारुल माथुर
पुलिस अधीक्षक
गरियाबंद